MIND - DELUSIONS – flying (RUBRIC)
MIND - DELUSIONS – flying
1. कभी
कुछ तकलीफ होता है तो कभी कुछ खा लिया, कभी कुछ खा लिया, चलता है। छोटा मोटा कुछ तकलीफ
होता है तो मैं टेंपरेरी काम करके चला लेता हूं। 2. 10 साल हो गए मुंह के छाले का।
कभी पान खा लिया। कभी मेडिकल से लेकर गोली खा लिया। आराम हो जाता है। छोटे-मोटे तकलीफों
में वह अवरोध महसूस नहीं करता है। Flying हो कर काम चला लेता है।
3. दर्द
के समय घरेलू उपचार कर या टेंपरेरी उपाय कर मरीज काम चला लेते हैं।
मरीज
- दर्द खाते समय होता है। धीरे-धीरे खा लेती हूं। पानी भी पी लेती हूं। सब्जी तीखी
हो तो पानी पी पीकर वह भी खा लेती हूं, इसमें क्या।
4. Flying
- उड़ना। मैं उड़ रहा हूं।
मरीज
- मुझे गले में तकलीफ अक्सर होता है। जब होता है तो मैं गर्म पानी पी लेता हूं, कभी
पान खा लेता हूं। उससे ठीक हो जाता है। कोई टेंशन नहीं है।
5. Flying
मे मरीज बोलेगा, चलता है, ठीक है, कोई टेंशन नहीं है। इसका मतलब कोई समस्या है, समस्या
उधर ही रहेगी, मैं फ्लाइंग करके आगे बढ़ गया। कोई टेंपरेरी रास्ता अपना के बीमारी से
निकल जाना। कोई टेंशन नहीं लेना। फ्लाइंग में मरीज धरातल या हकीकत से ऊपर उड़ता है।
6. कभी
काढ़ा पी लिया, कभी गर्म पानी पी लिया। कभी पेन किलर खा लिया। चलता है, डॉक्टर साहब।
मैं कभी इलाज नहीं कराया। Temporary इलाज करके बीमारी से आगे बढ़ जाना।
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