MIND - AILMENTS FROM - intolerance (RUBRIC)
MIND - AILMENTS FROM - intolerance
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1. Tolerance - किसी व्यक्ति को सहना। किसी परिस्थिति को सहना। बीमारी को सहना। जहां सहते सहते मरीज की एक सीमा आ जाती है, अब बहुत हो गया। अब मेरे से बर्दाश्त नहीं होगा। मतलब सहनशक्ति खत्म हो जाती है। अब सहन करने से साफ मना कर देता है कि अब मुझसे बर्दाश्त नहीं हो सकता।
मरीज
कोई चीज को पहले बर्दाश्त करता है। सहता है। लेकिन एक बार ऐसी सीमा आ जाती है कि उसके
Tolerance की सीमा समाप्त हो जाती है। उसके बाद मरीज को बीमारी शुरू हो जाता है।
मरीज
- मेरे से धूल बर्दाश्त नहीं होता है। थोड़ा भी धूल मुझसे बर्दाश्त नहीं होता है। पहले
तो मैं बहुत सहन कर लेता था।
2. Intolerance
- असहिष्णुता। किसी जाति या धर्म के नियम को बर्दाश्त नहीं कर पाना। उन लोगों से घृणा
करना। कुछ मत वाले लोग, किसी दूसरे मत वाले लोग को Accept नहीं करते। (
3. Intolerance मे मरीज पहले बहुत सहता है। जब सहन से बाहर चला जाता है तब Intolerance .
4.मरीज - डॉक्टर साहब मैं 2 घंटे से सहन कर रहा था। मुझसे बर्दाश्त नहीं हुआ और मेरा सिर दर्द शुरू हो गया।
5. इसमें मरीज को सहन नहीं होता है, बर्दाश्त नहीं होता है। पहले मरीज सहन करता है, जब सहन सीमा से बाहर हो जाता है, तब गुस्सा करता है या कुछ Action लेता है।
6. मरीज - डॉक्टर साहब अब दर्द बर्दाश्त नहीं होता है। अब मैं कुछ कर डालूंगा। किसी को मार दूंगा।
DD MIND - INTOLERANCE
1. मरीज को किसी की बात बर्दाश्त नहीं होती है। मरीज को किसी की बात सहन नहीं होता है। दर्द भी सहन नहीं होता है।
मरीज - मेरी सास ननंद और जेठानी मुझे बोल बोल करते हैं। मुझे यह बिल्कुल बर्दाश्त नहीं होता है।
2. मरीज - डॉक्टर साहब मुझे कभी भी, कोई भी दर्द बर्दाश्त नहीं होता है।
3. मरीज - डॉक्टर साहब मुझसे यह दर्द बर्दाश्त नहीं हो रहा है। चाहे थोड़ी सी भी प्रॉब्लम हो तब भी मुझसे बर्दाश्त नहीं होता है।
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